राजस्थान के विविध रंग

राजस्थान के विविध रंग


General Knowledge Quiz- 14 May, 2015

Posted: 14 May 2015 05:20 PM PDT



क्र. सं.
प्रश्न

1.
प्रधानमंत्री बनने की न्यूनतम आयु है?

उत्तर-
25 वर्ष

2.
भारत के संपरीक्षा और लेखा प्रणालियों का प्रधान कौन होता है?

उत्तर-
भारत का नियंत्रक एवं महालेखापरीक्षक

3.
पहली बार राष्ट्रपति शासन कब लागू किया गया?

उत्तर-
20 जुलाई, 1951

4.
भारतीय संघ में सम्मिलित किया गया 28वाँ राज्य कौन-सा है?

उत्तर-
झारखण्ड

5.
लोक सभा तथा राज्य सभा की संयुक्त बैठक कब होती है?

उत्तर-
संसद का सत्र शुरू होने पर

6.
भारत के नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक की नियुक्ति कौन करता है?

उत्तर-
राष्ट्रपति

7.
भारत में पहली बार राष्ट्रीय आपातकाल की घोषणा कब की गई?

उत्तर-
26 अक्टूबर, 1962 को

8.
किस राज्य की विधान परिषद की सदस्य संख्या सर्वाधिक है?

उत्तर-
उत्तर प्रदेश

9.
राजस्थान में पंचायती राज व्यवस्था की शुभारम्भ किस जिले से हुआ?

उत्तर-
नागौर से

10.
किस राज्य के विधान परिषद की सदस्य संख्या सबसे कम है?

उत्तर-
जम्मू-कश्मीर

राजस्थान में विशेष आर्थिक क्षेत्र (Special Economic Zones-SEZ in Rajasthan)-

Posted: 14 May 2015 11:45 AM PDT



राजस्थान की दिल्ली के अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे से पश्चिमी तट के बंदरगाहों से समीपता इस राज्य को निर्यात-उन्मुख औद्योगिक विकास के लिए एक आदर्श स्थान बनाते हैं प्रस्तावित दिल्ली-मुंबई फ्रेट कॉरिडोर का 40% भाग राजस्थान से गुजरता है जो यहाँ इस कॉरिडोर में विशेष आर्थिक क्षेत्र के रूप में औद्योगिक बेल्ट के विकास के लिए भारी संभावनाएं उत्पन्न करता है।
सरकार का मुख्य उद्देश्य राज्य में निर्यात को बढ़ावा देने के लिए बुनियादी ढांचा निर्मित करने तथा उद्योगों के लिए परेशानी मुक्त वातावरण प्रदान करने में सक्षम बनाने हेतु विशेष रूप से चिह्नित आर्थिक क्षेत्र विकसित करने का है।सरकार द्वारा रत्न एवं आभूषण, हस्तशिल्प, ऊनी कालीन आदि क्षेत्रों में राज्य की अंतर्निहित क्षमता का दोहन करने के लिए ''उत्पाद विशिष्ट विशेष आर्थिक क्षेत्रों'' के विकास पर विशेष जोर दिया गया है।

165.15 अरब के निवेश की उम्मीद के साथ छह विशेष आर्थिक क्षेत्र  (SEZ) को पहले से ही अधिसूचित किया जा चुका है जो निम्नांकित हैं-

1. महिंद्रा वर्ल्ड सिटी (जयपुर) लिमिटेड, जयपुर


2. सोमानी वर्स्टेड लिमिटेड, खुशखेडा, भिवाड़ी, अलवर


3. जेनपैक्ट इंफ्रास्ट्रक्चर (जयपुर) प्रा. लिमिटेड, जयपुर


4. वाटिका जयपुर सेज डेवलपर्स लिमिटेड, जयपुर


5. मानसरोवर औद्योगिक विकास निगम, जोधपुर



6. आरएनबी इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड, बीकानेर (270 करोड़ रुपये)

सेज में निम्नांकित क्षेत्रों में विकास की क्षमता मौजूद है-

  • रत्न और आभूषण
  • मल्टी सर्विसेज (अनुसंधान एवं विकास, शिक्षा, जैवप्रौद्योगिकी, आईटीईएस)
  • आईटी
  • ऑटो कॉम्पोनेंट्स
  • कृषि आधारित उत्पाद
  • मुक्त व्यापार और भंडारण
  • नवीकरण स्रोतों के माध्यम से ऊर्जा के उत्पादन (सौर, पवन)
  • चिकित्सा पर्यटन
  • वस्त्र और परिधान
  • पत्थर

विकास के लिए संभावित स्थान-

  1. जयपुर
  2. नीमराना, अलवर
  3. जोधपुर
  4. उदयपुर
  5. कोटा
  6. बांसवाड़ा
  7. बीकानेर

प्रोत्साहन और सुविधाएं-
  • ग्रामीण क्षेत्रों में डेवलपर्स के लिए Rs100 की दर पर भूमि रूपांतरण
  • डेवलपर्स के लिए और रीको के विशेष आर्थिक क्षेत्र में स्थापित इकाइयों कोभी स्टाम्प ड्यूटी पर 100% छूट
  • इकाइयों को 7 साल के लिए बिजली शुल्क में 50% छूट
  • इकाइयों और डेवलपर्स को 7 साल के लिए 'कार्य अनुबंध कर' पर 100% छूट
  • विशेष आर्थिक क्षेत्र में उद्योग स्थापित करने के लिए पूंजीगत माल के रूप मेंउपयोग हेतु स्थानीय क्षेत्र में लायी जाने वाली पूंजीगत वस्तुओंमें प्रवेश कर से 100%
  • देश से बाहर निर्यात के लिए निर्माण में विशेष उपयोग में लायी जाने वाली पंजीकरण प्रमाण पत्र में विनिर्दिष्ट माल की बिक्री या खरीद पर वैट से 100% छूट।
  • 7 साल के लिए विलासिता कर से 100%छूट
  • 7 साल के लिए मनोरंजन कर से 50%छूट
  • नई विशेष आर्थिक क्षेत्र अधिनियम विचाराधीन भी है और नए विशेष आर्थिक क्षेत्र अधिनियम के लागू होने के बाद कुछ अतिरिक्त प्रोत्साहन भी विशेष आर्थिक क्षेत्र के लिए उपलब्ध होगा

Special Economic Zones-SEZ in Rajasthan

Rajasthan's location, with proximity to the Delhi International Airport and ports of the western coast, makes it an ideal location for export-oriented industrial development on a large scale. 40% of the proposed Delhi-Mumbai freight corridor will pass through Rajasthan throwing up enormous possibilities for development of industrial belts such as special economic zones along the corridor.
The prime objective of the Government is to develop specially delineated economic zones to provide enabling infrastructure and a hassle-free environment to promote exports from the State. Special emphasis is laid on development of product specific Special Economic Zones to harness inherent potential of the State in the fields of Gems & Jewellery, Handicrafts, Woollen Carpets, etc. 
Six SEZs with an expected investment of 165.15 billion have already notified. These are:
1. Mahindra World City (Jaipur) Ltd., Jaipur
2. Somani Worsted Ltd., Khushkeda, Bhiwadi, Alwar
3. Genpact Infrastructure (Jaipur) Pvt. Ltd., Jaipur
4. Vatika Jaipur SEZ Developers Ltd., Jaipur
5. Mansarovar Industrial Development Corporation, Jodhpur
6. RNB Infrastructure Private Limited, Bikaner (270 crore)
Potential exists for SEZs in
  • Gems & Jewellery
  • Multi Services (R&D, Education , Bio-technology, ITeS)
  • IT
  • Auto Components
  • Agro based products
  • Free trade and warehousing
  • Generation of energy through renewal sources (Solar, Wind)
  • Medical Tourism
  • Textile & Garments
  • Stones
Potential locations
  1. Jaipur
  2. Neemrana, Alwar
  3. Jodhpur
  4. Udaipur
  5. Kota
  6. Banswara
  7. Bikaner
Incentives & facilities-
  • Land conversion @ Rs100 to developers in rural areas.
  • 100% exemption on stamp duty to developers and also to units in RIICO SEZs.
  • 50% exemption to units from electricity duty for 7 years
  • 100% exemption from work contract tax to units and developers for 7 years
  • 100% exemption from entry tax to units on capital goods brought into local areas by the unit required for use as capital goods for setting up industry in SEZ.
  • 100% exemption from VAT to units on sale or purchase by a registered dealer being an industrial unit established in SEZ of goods specified in certificate of registration, for the purpose of exclusive use in manufacturing of goods for sale in the course of export out of the country.
  • 100% exemption from luxury tax for 7 years
  • 50% exemption from entertainment tax for 7 years.
  • New SEZ Act is also under consideration and after enactment of the new SEZ Act, some additional incentives would also be available to SEZs.​
Source : Bureau of investment Promotion (http://www.investrajasthan.com)

The Bureau of Investment Promotion (BIP), Rajasthan- निवेश संवर्धन ब्यूरो, राजस्थान -

Posted: 14 May 2015 08:53 AM PDT



The Bureau of Investment Promotion (BIP) is the agency in charge of investment promotion and single window clearances in the state of Rajasthan, India. BIP also plays a significant role in developing investment policies for the State. The head quarter of this bureau is at Udyog Bhawan, Tilak Marg, Jaipur (Rajasthan).
The mission of this bureau is to support investors that are exploring investment opportunities in Rajasthan. BIP's services are focused on investments above INR 10 crore (US $ 2.2 million).
BIPhave a multidisciplinary team with sector-specific expertise, which allows them to provide prospective investors with value added advice and information.
Services of BIP-
This bureau providesan interface between investors and concerned departments, acting as a single point of contact for the investor.
During the exploratory phase-
1. Provide general and sector-specific information on Rajasthan.
2. Provide support in identification and coordination for site selection.
3. Provide information on clearances and permissions required.
During implementation phase-
1. Receive permit/license applications via Single Window Mechanism.
2. Facilitate contact with government entities for obtaining land.
During the operational phase-
1. Support in reinvestment-related activities
2. Ongoing support in handling investment related issues

निवेश संवर्धन ब्यूरो (BIP - बीप)-

निवेश संवर्धन ब्यूरो (BIP - बीप) राजस्थान राज्य में निवेश को बढ़ावा देने तथा एकल खिड़की मंजूरी की प्रभारी एजेंसी है। यह ब्यूरो राज्य के लिए निवेश नीतियों के विकास में एक महत्वपूर्णभूमिका निभाता है। इसका मुख्यालय उद्योग भवन, तिलक मार्ग, जयपुर (राजस्थान) में स्थित है।
यह राजस्थान में निवेश के अवसर तलाश रहे निवेशकों की सहायता और सहयोग करने के स्थापित किया गया एक सरकारी मिशन है। इसके द्वारा प्रदान की जा रही सेवाओं में राज्य में 10 करोड़ भारतीय रुपये (यूएस $ 2,200,000) से अधिक के निवेशपर ध्यान केंद्रित किया जा रहा हैं। इस ब्यूरो मेंबहुआयामी क्षेत्र विशेष विशेषज्ञताके साथ विशेषज्ञों की एक टीम कार्यरत है जो संभावित निवेशकों को मूल्यवर्धित सलाह और जानकारी प्रदानकरती है।
ब्यूरो के कार्य-
यह निवेशकों और संबंधित विभागों बीच निवेशकों के लिए संपर्क का एक बिंदु रूप में कार्य कर एक अंतरफलक के प्रदान करता है।
खोजपूर्ण चरण के दौरान-
1. राजस्थान में सामान्य और क्षेत्र विशेष के बारे में जानकारी प्रदान करना।
2. साइट चयन के लिए पहचान और समन्वय में सहायता प्रदान करना।
3. आवश्यक मंजूरी और अनुमतियों के बारे में जानकारी प्रदान करना।
कार्यान्वयन चरण के दौरान-
1. एकल खिड़की तंत्र के माध्यम से परमिट / लाइसेंस आवेदन प्राप्त करना।
2. भूमि प्राप्त करने के लिए सरकारी संस्थाओं के साथ संपर्क की सुविधा प्रदान करना।
संचालन चरण के दौरान-
1. पुनर्निवेश से संबंधित गतिविधियों में सहायता करना।
2निवेश से संबंधित मुद्दों से निपटने में निरंतर समर्थन व सहायता करना।


विभिन्न विभूतियाँ ‘मारवाड़ रत्न‘ से सम्मानित-

Posted: 14 May 2015 09:01 AM PDT



जयपुर, 13 मई। जोधपुर का 557 वां स्थापना दिवस मंगलवार 12 मई को मेहरानगढ़ दुर्ग के मानशाही परकोटेका चौक में गरिमामय रूप से समारोह पूर्वक आयोजित हुआ। समारोह में मारवाड़ की विभिन्न प्रतिभाओं का 'मारवाड़ रत्न' से सम्मान किया गया।
समारोह में दिए गए सम्मान निम्नांकित है-

अन्तर्राष्ट्रीय सम्मान (पुरस्कार में एक लाख नकद, शाल, श्रीफल, स्मृति चिन्ह एवं प्रशस्ति पत्र)-

1. अन्तर्राष्ट्रीय महाराजा सरप्रताप सम्मान-



मारवाड़ में स्थायी महत्व की सेवाओं के लिए ग्लोबल फाउण्डेशन फॉर ह्यूमिनिटी की संस्थापक जैकलीन डी. चैलेट को।

2. दूसरा अन्तर्राष्ट्रीय राव सीहा सम्मान-

अन्तर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त वैज्ञानिक व शिक्षाविद् प्रो. डॉ. गोवर्धन मेहता को।

राष्ट्रीय पुरस्कार (51 हजार रुपये नकद, शाल, श्रीफल, स्मृति चिन्ह व प्रशस्ति पत्र) -

1. राव जोधाजी सम्मान-

समाज सेवा के लिए सुश्री कृति भारती को

2. महाराजा हनवन्त सिंह सम्मान-

विज्ञान व प्रौद्योगिकी के लिए प्रो. वीरसिंह राठौड़,

3. मेजर दलपत सिंह सम्मान-

असाधारण बहादुरी के लिए जोधपुर के डिप्टी कमाण्डेंट एमी. डी. शाहनवाज को।

4. पद्मश्री कोमल कोठारी सम्मान-

राजस्थानी साहित्य व संस्कृति के लिए पाली जिले के डॉ. अर्जुनसिंह शेखावत को।

अन्य सम्मान (25 हजार रुपये नकद, शा, श्रीफल, स्मृति चिन्ह व प्रशस्ति पत्र)-

1. पद्मश्री सीताराम लालस सम्मान-

राजस्थानी भाषा व डिंगल साहित्य के लिए साहित्यकार डॉ. शक्तिदान कविया को।

2. महाराजा विजयसिंह सम्मान-

राजस्थानी लोक संगीत के लिए जैसलमेर के मांगणियार लोक कलाकार अनवर खान को।

3. महाराजा मानसिंह साहित्य सम्मान-

नागौर जिले के साहित्यकार मनोहर सिंह राठौड़ को।

4. महाराजा उम्मेदसिंह सम्मान-

मानव व प्राकृतिक विरासत संरक्षण शोध के लिए डॉ. शिवसिंह राठौड़ को।

5. राजदादीसा बदन कँवर स्मृति सम्मान-

दलित व निर्धन महिला सशक्तिकरण के लिए श्री गोविन्दसिंह सेतरावा को।

6. महाराजा गजसिंह द्वितीय सम्मान-

हस्तकला क्षेत्र में शब्बीर हसन को।

7. चिरंजीव युवराज शिवराजसिंह सम्मान-

तैराकी क्षेत्र में जोधपुर की सुश्री प्रियंका गहलोत को व माउण्ट एवरेस्ट पर चढ़ाई के लिए महिला सैन्य अधिकारी नागौर जिले की मेजर दीपिका राठौड़ को।

8. मुहता नैणसी सम्मान-

पत्रकारिता क्षेत्र में ईटीवी जोधपुर के प्रभारी राजीव गौड़ को।

समारोह के मुख्य अतिथि राजस्थान धरोहर संरक्षण एवं प्रौन्नति प्राधिकरण के अध्यक्ष श्री ओंकारसिंह लखावत ने अपने उद्बोधन में जोधपुर के संस्थापक राव जोधा व उनके वंशजों द्वारा किए गए शौर्य व भक्तिपूर्ण कार्यों पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि मेड़ता में मीराबाई का भव्य स्मारक बनाया गया है। जोधपुर में भी वीर दुर्गादास राठौड़ का पैनारोमा तैयार करेंगे व राव चन्द्रसेन का भी भव्य स्मारक जोधपुर में तैयार करवायेंगे। जोधपुर वंश के ही नागौर के शासक अमरसिंह राठौड़ का नागौर में स्मारक तैयार हो रहा जो पांच माह में पूर्ण हो जाएगा। साथ में बल्लू जी चाम्पावत को भी इस स्मारक से जोड़ा जाएगा।
समारोह अध्यक्ष पूर्व सांसद श्री गजसिंह ने कहा कि जोधपुर के इतिहास व संस्कृति में राव जोधा की महत्वपूर्ण देन है। इससे हमें प्रेरणा लेनी चाहिए। जोधपुर शहर को आगे बढ़ाने के लिए हम सभी मिलजुल कर प्रयास करें। विशिष्ट अतिथि जिला कलेक्टर डॉ. प्रीतम बी.यशवंत ने कहा कि सभी के प्रयासों से जोधपुर शहर को स्वच्छता अभियान में प्रथम स्थान मिला है। यह सम्मान पूरे शहरवासियों के प्रयासों का सम्मान है। मुख्य समारोह में जैसलमेर के अन्तर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त लोक कलाकार अनवर खान व साथियों द्वारा लोक संगीत की शानदार प्रस्तुति दी गई। समारोह में बड़ी संख्या में गणमान्य लोग मौजूद थे।

स्वयं सहायता समूहों का पैसा ''वोडाफोन एम-पैसा'' के द्वारा होगा बैंक खाते में होगा जमा-

Posted: 13 May 2015 04:47 AM PDT




जयपुर, 13 मई। ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज मंत्री श्री सुरेन्द्र गोयल की उपस्थिति में बुधवार को शासन सचिवालय में राजस्थान ग्रामीण आजीविका विकास परिषद् (राजीविका) एवं वोडाफोन एम-पैसा के मध्य एक समझौते पर हस्ताक्षर हुए। इसके तहत स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी महिलाओं को एम-पैसाके जरिए बिना बैंक जाए मोबाइल फोन के जरिए ही उनके बैंक खाते में पैसा जमा हो जाएगा।
ग्रामीण विकास विभाग के सचिव और राजस्थान ग्रामीण आजीविका विकास परिषद् (राजीविका) के निदेशक श्री राजीव सिंह ठाकुर और एम-पैसा के नेशनल हैड श्री सुरेश सेठी ने समझौते पर हस्ताक्षर किए। श्री गोयल ने इस मौके पर कहा कि स्वयं सहायता समूहों को ज्यादा से ज्यादा फायदा देने के लिए, उनका समय बचाने और परेशानी दूर करने के लिए सरकार ने इस तकनीक का सहारा लिया है। उन्होंने कहा कि राजीविका द्वारा यह पायलेट प्रोजेक्ट फिलहाल छह महीने की अवधि के लिए राज्य की तीन पंचायत समितियों, जोधपुर जिले की बाप, जैसलमेर की सांकरा एवं बांसवाड़ा की आनन्दपुरी में शुरू किया जा रहा है।
यदि यह प्रयोग सफल रहा तो आने वाले दिनों अन्य स्वयं सहायता समूहों को भी इससे जोड़ा जाएगा। उन्होंने वोडाफोन के अधिकारियों को कहा कि वे लोगों को इस तकनीक के बारे में अधिकाधिक जागरूक करें, ताकि लोग इसका भरपूर फायदा उठा सकें।
ग्रामीण विकास विभाग के सचिव श्री ठाकुर ने कहा कि प्रदेश के खासकर पश्चिमी जिलों में स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी महिलाओं को बैकिंग सुविधाओं के इस्तेमाल के लिए 15 से 30 किलोमीटर तक का सफर तय करना पड़ता है,  काफी समय और पैसा खर्च हो जाता है। ऐसे में उनके लिए सुविधा और सहूलियत बढ़ाने के लिए सरकार ने वोडाफोन एम-पैसा के साथ समझौता किया है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार जन-धन योजना और राज्य सरकार भामाशाह योजना के जरिए महिलाओं को बचत के लिए प्रोत्साहित कर रही है। महिलाओं की बचत बढ़े और उनकी मजदूरी का नुकसान भी न हो इसके लिए राज्य सरकार ने यह अनूठा प्रयोग किया है। कार्यक्रम के दौरान एम-पैसा के नेशनल हैड श्री सुरेश सेठी ने योजना से होने वाले फायदों के बारे में भी अवगत कराया।

राजस्थान में हमारी बेटी एक्सप्रेस वाहन-

Posted: 12 May 2015 06:32 AM PDT

राज्य में गिरते बाल लिंगानुपात को रोकने के लिए एवं "गर्भधारण पूर्व और प्रसूति पूर्व निदान तकनीक (लिंग चयन प्रतिषेध) अधिनियम" या संक्षेप में पीसीपीएनडीटी अधिनियम (Pre conception and Pre Natal Diagnostic Techniques (Prohibition of Sex selection) Act -1994)के प्रभावी क्रियान्वयन हेतु आईईसी गतिविधियों के लिए राज्य स्तर से चार हमारी बेटी एक्सप्रेसवाहनों का शुभारम्भ किया गया। हमारी बेटी एक्सप्रेस वाहन का लोकार्पण तत्कालीन माननीय स्‍वास्‍थ्‍य एवं परिवार कल्याण, राज्य मंत्री भारत सरकार द्वारा दिनांक 11 अप्रैल 2012 को जयपुर में किया गया। इस वाहन का संचालन जयपुर संभाग, जोधपुर एवं बीकानेर संभाग, कोटा एवं भरतपुर संभाग, उदयपुर एवं अजमेर संभाग में किया जा रहा है। वाहन द्वारा वर्तमान में बेटी बचाओ अभियान के साथ स्‍वास्‍थ्‍य विभाग की महत्वपूर्ण योजनाओं का भी प्रचार-प्रसार किया जा रहा है।
इस मोबाइल पब्लिसिटी वाहन के माध्यम से पीसीपीएनडी अधिनियम के प्रति तथा इस अधिनियम की मूल भावना कन्या भ्रूण हत्या को रोकने के प्रति आम जनता को जागरूक करना है। साथ ही कन्या भ्रूण हत्या से समाज में उत्पन्न होने वाले असंतुलन के बारे में लोगों को संवेदनशील करना है।
कन्या भ्रूण हत्या के बारे में प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में जागरूकता फ़ैलाने के प्रयास किये जा रहे हैं किन्तु इसके माध्यम से सुदूर ग्रामीण अंचल की जनता से सीधा संवाद स्थापित कर अंतर्वैयक्तिक सम्प्रेषण के माध्यम से सन्देश को और अधिक प्रभावी बनाने का प्रयास किया जा रहा है।
इस मोबाइल वाहन के माध्यम से कन्या भ्रूण हत्या जैसे सामाजिक अभिशाप को रोकने हेतु धर्म एवं समाज के प्रबुद्ध नागरिकों को इस अभियान में सम्मिलित करने का प्रयास किया जा रहा है।
इस मोबाइल वाहन के माध्यम से 'पीसीपीएनडी अधिनियम' के अतिरिक्त स्वास्थ्य विभाग की अन्य प्रमुख योजनाओं यथा मुख्यमंत्री बीपीएल जीवन रक्षा कोष, जननी सुरक्षा योजना, मुख्यमंत्री निःशुल्क दवा योजना आदि की जानकारी आम जनता तक पहुंचाई जा रही है।

राजस्‍थान में जनमंगल कार्यक्रम-

Posted: 12 May 2015 04:52 AM PDT



शिशु मृत्‍यु दर एवं मातृ मृत्‍यु दर में कमी लाने एवं जनसंख्‍या में स्‍थायित्‍व लाने हेतु परिवार कल्‍याण के अन्‍तर्गत अन्‍तराल साधनों का वितरण करने के लिए राजस्‍थान सरकार द्वारा राज्य में ''जनमंगल कार्यक्रम'' का प्रारम्‍भ वर्ष 1992 में अलवर एवं उदयपुर जिलों के ग्रामीण क्षेत्रों में  किया गया। कार्यक्रम की प्रारम्भिक सफलताओं को देखते हुए वर्ष 1997-1998 से इस कार्यक्रम को राज्‍य के सभी जिलों में लागू किया गया।
इस कार्यक्रम के अन्‍तर्गत उसी ग्राम के एक दम्‍पत्ति (पति-पत्‍नी) का जनमंगल जोडे के रूप में चयन किया गया तथा उन जनमंगल जोडों को निकटस्थ प्राथमिक स्‍वास्‍थ्‍य केन्‍द्र (पी.एच.सी.) पर जिला प्रशिक्षण दल द्वारा प्रशिक्षण दिया गया ताकि वे-
  1. समुदाय में प्रजनन जागरूकता लाकर अन्‍तराल साधनों का प्रचार-प्रसार कर योग्‍य दम्‍पत्तियों को इन्हें उपलब्‍ध करवा सकें।
  2. ग्राम स्‍तर पर इच्छुक दम्‍पत्तियों को अन्‍तराल साधन- निरोध, खाने की गोलियों को उपलब्‍ध करवा सकें।
  3. गर्भ निरोधक साधनों के सही उपयोग एवं अन्‍य संबंधित बातों के बारे में उपयोगकर्ता को जानकारी दे सकें।
जनमंगल कार्यक्रम का उद्देश्‍य-
जनमंगल कार्यक्रम दम्‍पत्तियों को परिवार कल्‍याण के अन्‍तराल साधनों की अनापूरित मांग को पूरित करने के लिए, अंतराल साधन के उपयोग को बढावा देने का एक सामुदायिक कार्यक्रम है। इस कार्यक्रम का मुख्‍य उद्देश्‍य महिला एवं शिशु स्‍वास्‍थ्‍य को सम्‍बन्‍ध प्रदान करना है। इस संदर्भ में जनमंगल कार्यक्रम महिलाओं को दो से अधिक बच्‍चों के जन्‍म को हतोत्साहित करने, दो बच्‍चों के जन्‍म के मध्‍य कम अन्‍तर एवं कम उम्र में महिलाओं को प्रसव उत्‍पीडन से मुक्‍त कराने का प्रयास हैं। इसके अतिरिक्‍त यह कार्यक्रम ग्रामीण परिवेश परिवार हेतु अन्‍तराल साधनों की मांग बढ़ाने की दिशा में अग्रसर है।
जनमंगल जोडों का चयन-
इस कार्यक्रम में जनमंगल दम्‍पत्ति की मुख्य भूमिका है। अतः यह आवश्‍यक समझा गया कि जनमंगल जोड़ों का सही चयन हो। जनमंगल जोड़ों का चयन उस ग्राम से संबंधित ए.एन.एम. द्वारा किया जाता है। अन्तिम चयन की प्रक्रिया जिला स्‍तर पर कार्यरत अधिकारी द्वारा की जाती है। इस योजना के अन्‍तर्गत उप स्‍वास्‍थ्‍य केन्‍द्रों के मुख्‍यालय के प्रत्‍येक गांव में 200 से 2000 की आबादी में एक तथा 2000 से ऊपर आबादी वाले गांवों में दो जनमंगल जोड़ों का चयन किया जाता हैं। 31 मार्च, 2007 तक राज्य में कुल 39605 जनमंगल जोड़ें कार्यरत हैं। जनमंगल जोड़ों के चयन की प्रक्रिया में निम्‍नलिखित योग्‍यताएं होनी चाहिए-
  1. 25 से 35 वर्ष की आयु के हो।
  2. उसी गाँव का स्‍थाई निवासी हो।
  3. कार्य के लिए समर्पण की भावना रखता हो।
  4. जिसका परिवार छोटा हो या स्‍वंय अन्‍तराल साधनों का उपयोग करता हो।
  5. व्‍यवहार कुशल हो एवं समुदाय द्वारा स्‍वीकृत हो।
  6. शिक्षित हो।
  7. संप्रेषण में वाक्पटु हो अर्थात् मित्र / सहेली जैसा व्‍यवहार रखता हो।



मिलन बैठक का आयोजन-


सेक्‍टर प्राथमिक स्‍वास्‍थ्‍य केन्‍द्र पर जनमंगल जोड़ों की सामूहिक सभा को मिलन बैठक का नाम दिया गया। मिलन बैठक 2 माह में एक बार सेक्‍टर प्राथमिक स्‍वास्‍थ्‍य केन्‍द्र पर आयोजित की जाती है। मिलन बैठक में सेक्‍टर प्राथमिक केन्‍द्र के चिकित्‍सा अधिकारी, सेक्‍टर सुपरवाईजर, एलएचवी, एएनएम एवं उस क्षेत्र के समस्‍त जनमंगल जोड़ें भाग लेते हैं। मिलन बैठक में जनमंगल जोड़ों द्वारा किये गये कार्यों की समीक्षा की जाती है।

राजस्थान सामान्य ज्ञान क्विज-10 May, 2015Rajasthan GK Quiz- 10 May, 2015

Posted: 10 May 2015 05:12 AM PDT

1. राजस्थान के बजट घोषणा 2013 के अन्तर्गत किस गाँव में पक्षी अभ्यारण्य स्थापित किया गया है?
(अ) फलौदी (जिला- जोधपुर)
(ब) बड़ोपल (जिला- हनुमानगढ़)
(स) बाघेरी (जिला- राजसमन्द)
(द) जमवारामगढ़ (जिला- जयपुर)
उत्तर- ब

2. राजस्थान के किस वन्यजीव क्षेत्र को एशिया की सबसे बड़ी पक्षी प्रजनन स्थली कहा जाता है?
(अ) केवलादेव घना पक्षी विहार, भरतपुर
(ब) सोरसन, बारां
(स) संवत्सर-कोटसर, बीकानेर
(द) धवा डोली, जोधपुर
उत्तर- अ

3. राजस्थान के किस जिले में सर्वाधिक वन्य जीव अभयारण्य है?
(अ) राजसमन्द
(ब) हनुमानगढ़
(स) उदयपुर
(द) जयपुर
उत्तर- स

4. राजस्थान के राज्य पक्षी गोडावन के संरक्षण हेतु प्रसिद्ध दो आखेट निषिद्ध क्षेत्र कौन-कौनसे हैं?
(अ) धावा डोली, गुढा विश्नोई (जोधपुर)
(ब) कुंवालजी (सवाईमाधोपुर), सोंखलिया (अजमेर)
(स) गुढा विश्नोई (जोधपुर), सोरसन (बारां)
(द) सोरसन (बारां), सोंखलिया (अजमेर)
उत्तर- द

5. राजस्थान के किस जिले में सर्वाधिक आखेट निषिद्ध क्षेत्र है?
(अ) जोधपुर
(ब) प्रतापगढ़
(स) उदयपुर
(द) जयपुर
उत्तर- अ

6. राजस्थान का सबसे बड़ा आखेट निषिद्ध क्षेत्र कौनसा है?
(अ) सोरसन (बारां)
(ब) संवत्सर-कोटसर (बीकानेर)
(स) गुढा विश्नोई (जोधपुर)
(द) सोंखलिया (अजमेर)
उत्तर- ब

7. राजस्थान का सबसे छोटा आखेट निषिद्ध क्षेत्र कौनसा है?
(अ) सोरसन (बारां)
(ब) धोरीमन्ना - बाड़मेर
(स) गुढा विश्नोई (जोधपुर)
(द) सैथल सागर - दौसा
उत्तर- द

8. राजस्थान का प्रथम राष्ट्रीय उद्यान है, जिसे 1 नवम्बर 1980 को राष्ट्रीय उद्यान घोषित किया गया था-
(अ) सरिस्का राष्ट्रीय उद्यान
(ब) मरू राष्ट्रीय उद्यान
(स) रणथंभौर राष्ट्रीय उद्यान
(द) इनमे से कोई नहीं
उत्तर- स

9. राजस्थान का द्वितीय राष्ट्रीय उद्यान है, जिसे 1981 में राष्ट्रीय उद्यान घोषित किया गया था-
(अ) सरिस्का राष्ट्रीय उद्यान
(ब) मरू राष्ट्रीय उद्यान
(स) रणथंभौर राष्ट्रीय उद्यान
(द) केवलादेव घना
उत्तर- द

10. राजस्थान का 1985 में विश्व धरोहर के रूप में घोषित अभयारण्य है -
(अ) केवलादेव घना पक्षी विहार
(ब) मरू राष्ट्रीय उद्यान
(स) रणथंभौर राष्ट्रीय उद्यान
(द) सरिस्का राष्ट्रीय उद्यान
उत्तर- अ

11. राजस्थान का सन 1974 में घोषित प्रथम बाघ परियोजना क्षेत्र कौनसा है?
(अ) रामगढ वन विहार
(ब) ताल-छापर उद्यान
(स) रणथंभौर
(द) सरिस्का
उत्तर- स

12. राजस्थान का सन 1978 में घोषित द्वितीय बाघ परियोजना क्षेत्र कौनसा है?
(अ) रामगढ वन विहार
(ब) ताल-छापर उद्यान
(स) रणथंभौर
(द) सरिस्का
उत्तर- द

13. राजस्थान का कौनसा अभयारण्य राष्ट्रीय उद्यान नहीं है?
(अ) मरू उद्यान
(ब) ताल-छापर उद्यान
(स) रणथंभौर
(द) सरिस्का
उत्तर- ब

14. साथीन व ढेंचू आखेट (शिकार) निषिद्ध क्षेत्र किस जिले में है?
(अ) जोधपुर
(ब) बीकानेर
(स) जैसलमेर
(द) जयपुर
उत्तर- अ

15. आकल वुड फॉसिल पार्क (आकल जीवाश्म क्षेत्र) किस जिले में स्थित है?
(अ) जोधपुर
(ब) बीकानेर
(स) जैसलमेर
(द) जयपुर
उत्तर- स

16. टाईगर प्रोजेक्ट में शामिल भारत की सबसे छोटी बाघ परियोजना है -
(अ) गिर (गुजरात)
(ब) कान्हा किसली (म. प्र.)
(स) रणथंभौर (राजस्थान)
(द) सरिस्का (राजस्थान)
उत्तर- स

17. किसे भारत में बाघ परियोजना के जनक माना जाता है?
(अ) कैलाश सांखला को
(ब) डॉ. सालिम अली को
(स) कैलाश विजय को
(द) राजेंद्र सिंह को
उत्तर- अ

18. सीतामाता अभयारण्य किन दो जिलों में विस्तृत है?
(अ) चितौडगढ़ व राजसमन्द
(ब) प्रतापगढ व उदयपुर
(स) प्रतापगढ व चितौडगढ़
(द) चितौडगढ़ व बाँसवाड़ा
उत्तर- ब

19. वन्य जीव संरक्षण अधिनियम 1972 राजस्थान में किस वर्ष लागू हुआ?
(अ) 1972 को
(ब) 1973 को
(स) 1974 को
(द) 1976 को
उत्तर- ब

20. सीतामाता अभयारण्य का अधिकांश क्षेत्र किस जिले में आता है?
(अ) राजसमन्द
(ब) उदयपुर
(स) प्रतापगढ
(द) बाँसवाड़ा
उत्तर- स

राजस्थान में पेन्‍टावेलेन्‍ट वैक्‍सीन : टीकाकरण कार्यक्रम-

Posted: 09 May 2015 11:24 PM PDT

देश के 12 राज्‍यों में पेटावेलेन्‍ट वैक्‍सीन का टीकाकरण वर्ष 2014-15 में प्रारम्‍भ किया गया है, जिनमें राजस्‍थान राज्‍य भी शामिल है। राज्‍य मे यह वैक्‍सीन टीककरण कार्यक्रम में पहली बार सम्मिलित किया गया है।
इस वैक्‍सीन से 5 प्रकार के रोगों की रोकथाम होगी- डिप्‍थीरिया, काली खांसी टिटनेस, हेपेटाइटिस-बी तथा हिब से होने वाले निमोनिया एवं मस्तिष्‍क ज्‍वर। यह बहुत मंहगा टीका है। जिसकी 1 खुराक की कीमत 130/- रूपये है। बाजार में प्राइवेट हॉस्‍पीटल में यह टीका लगभग 500/-रूपये मे लगता है। प्रदेश में बच्‍चों को यह टीका नि:शुल्‍क लगाया जायेगा। राज्‍य मे इसके 28 लाख टीके प्राप्‍त हो चुके है, जिन्‍हें प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों के स्‍तर तक पहुंचाया जा चुका है। जिलों मे चिकित्‍सा अधिकारियों से लेकर आशा कार्यकर्ताओं को इसका प्रशिक्षण दिया जा चुका है। इस टीका से राज्‍य के लगभग 16.00 लाख बच्‍चें प्रतिवर्ष लाभान्वित होगें। राज्‍य में इस वेक्‍सीन को गुणात्‍मक रूप से लगाये जाने के लिये जिला अधिकारियों से लेकर स्‍वास्‍थ्‍य कार्यकर्ताओं का दो बार प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया जा चुका है। प्रभावी सोशियल मोबिलाईजेशान के लिये 39,00 अधिक आशाओं को इस वेक्‍सीन का प्रशिक्षण दिया जा चुका है।    राज्य में 2 अक्‍टूबर 2014 सें 4 चिकिसालयों में, 15 अक्‍टूबर 2014 से 5 जिला चिकित्‍सालयों में 'ट्रायल रन' के आधार पर प्रारम्‍भ किया गया। माह अक्‍टूबर में 1047 टीके इन चिकित्‍सालयों में लगाये गये । राजस्थान की सभी चिकित्‍सा संस्‍थानों, स्‍वास्‍थ्‍य केन्‍द्रों उपकेन्‍द्रों पर दिनांक अक्‍टूबर 2014 से मार्च 2015 तक 1357355 के टीके लगाये जा चुके हैं।

Pentavalent Vaccine: Immunization programme in Rajasthan-

In the FY 2014-15, Pentavalent Vaccine was started in  12 states of country in that Rajasthan is also included.    This vaccine for the first time is incorporated in Routine Immuniztion schedule. This vaccine will prevent occurrence of 5 diseases-Diptheria, Whooping Cough, Tetnus, Hepatitis-B and Hib (causing phenomena and meningitis). This vaccine is very expensive costing Rs. 130/- per vaccine however minimum market price of this vaccine is Rs.500/-. This vaccine will be provided free of cost in the state. Till date 28.00 lakh vaccines are received and transported till Primary Health Centers. In districts, from Medical Officers till ASHA Sahyoginis are provided with training on Pentavalent. This vaccine will cover around 16.00  lakh children in the state. In all districts, two training programmes have been organized for district level officials to field workers for maintaining the quality of the vaccine. More than 39,000 ASHA Sahyoginis are trained for effective social mobilization.  The vaccine was initiated in 4 hospitals from 2nd October, 2014 and in 5 district hospitals from 15th October, 2014 on 'trial run' basis. In the month of October 1047 vaccines were given in these institutions. From 1st November 2014, Pentavalent Vaccine was initiated at all public health facilities including CHC, PHC and SC. From October 2014 to January March, 2015, 1357355 vaccines are given to beneficiaries.

राजस्थान की ई-शुभ लक्ष्‍मी योजना :-

Posted: 12 May 2015 03:43 AM PDT



मुख्यमंत्री ई-शुभ लक्ष्‍मी योजना :-
कन्या जन्म को प्रोत्साहन देने तथा मातृ मृत्यु दर को कम करने के लिए दिनांक 1 अप्रैल 2013 को प्रदेश में मुख्यमंत्री शुभलक्ष्‍मी योजना का प्रारम्‍भ किया गया जिसके अन्‍तर्गत राजकीय स्‍वास्‍थ्‍य संस्‍थानों पर बेटी के जन्‍म पर 2100/-रूपये की राशि, 1 वर्ष की आयु पर टीकाकरण पूर्ण करने पर 2100/-रूपये की राशि एवं 5 वर्ष की आयु पर विद्यलय में पंजीकरण करवाने पर 3100/- रूपये की राशि का प्रावधान है। इस प्रकार एक महिला को बेटी को जन्म देने पर कुल 7300/- का लाभ देने का प्रावधान किया गया है लाभान्वितों को द्वितीय एवं तृतीय किश्‍त की राशि समय पर एवं बिना किसी कठिनाई के उपलब्‍ध करवाने के उद्देश्‍य से राज्‍य में दिनांक 15 अक्‍टूबर 2014 से ई-शुभलक्ष्‍मी का प्रारम्‍भ किया गया है। इसके तहत 15  अक्‍टूबर 2015 से द्वितीय किश्‍त की राशि लाभान्वितों के बैंक खाते में सीधे ही जमा करवा दी जायेगी। ई-शुभलक्ष्‍मी योजना के तहत प्रार्थी राज्‍य के किसी भी राजकीय चिकित्‍सा संस्‍थान पर द्वितीय किश्‍त हेतु आवेदन कर सकता है। इस योजना के तहत  2,01,697 लाभान्वितों का डेटाबेस तैयार कर लिया गया है।
E-Shubhlashmi Yojana:-
Mukhaya Mantri Shubhlashmi Yojna was launched on April 1, 2013 in entire State to promote Girl Child birth and to reduce Maternal Mortality Ratio. Under the scheme, an incentive of Rs. 2100/- is given to mother on delivery at government and private accredited health institutions other than JSY incentive. Rs. 2100/- is given after one year of age on complete immunization of the girl child and Rs. 3100/- is given after 5 years of age on admission in school. Thus a woman can get monitory benefit of Rs. 7300/- for her girl child.  In order to provide 2nd and 3rd installment of Mukhaya Mantri Shubhlashmi Yojna on time and in hassle free manner, E-Shubhlashmi Yojana was started on 15th October, 2014. Under this, Database of 123700 Beneficiaries (Female Live birth) has been prepared till 06.02.2015. 2nd installment of the scheme would be transferred directly in the bank account of the beneficiaries from 15th October, 2015. Beneficiary may apply for the 2nd installment at any public health facility in entire state. Database of 2,01,697 Benificiaries has been prepared upto 30 April, 2015.

राजस्थान में घरेलू ऊर्जा दक्षता लाइटिंग कार्यक्रम का शुभारम्भ-

Posted: 10 May 2015 12:08 AM PDT

उपभोक्ताओं को एलईडी बल्ब देने वाला राजस्थान बना देश का अग्रणी प्रदेश-

राजस्थान की मुख्यमंत्री श्रीमती राजे 4 मई को मुख्यमंत्री कार्यालय में राज्य में घरेलू ऊर्जा दक्षता लाइटिंग कार्यक्रम (डीईएलपी) के तहत एलईडी होम लाइटिंग योजना का शुभारम्भ किया। इस कार्यक्रम की शुरुआत के साथ ही बिजली बचत के लिये यह पहल करने वाला राजस्थान देश का अग्रणी राज्य बन गया है। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर एलईडी बल्ब वितरण केन्द्रों का फीता काटकर शुभारम्भ किया। उन्होंने वैशाली नगर निवासी श्रीमती अनिता गुप्ता, श्रीमती निर्मला, राहोरी (जमवारामगढ़) के सरपंच श्री हीरालाल मीणा, नायला के सरपंच श्री मोहन लाल एवं कानोता के सरपंच श्री कमलेश कुमार शर्मा को एलईडी बल्ब वितरित किए। इस पहल से बाद प्रदेश में एलईडी होम लाइटिंग कार्यक्रम के तहत ढाई करोड़ से अधिक एलईडी लाइट्स लगाई लाएंगी। इससे वर्ष भर में करीब 734 मिलियन यूनिट बिजली की बचत होगी। इस बचत से 575 मेगावाट की मांग में कमी आएगी। साथ ही इससे तीनों विद्युत वितरण निगमों को करीब 230 करोड़ रुपए की भी बचत होगी।

एलईडी बल्ब में बिजली की खपत सामान्य बल्ब की तुलना में दसवाँ हिस्सा और सीएफएल बल्बों की तुलना में आधी होती हैं। डीईएलपी कार्यक्रम के अन्तर्गत प्रत्येक परिवार को सात वाट के अधिकतम तीन एलईडी बल्ब प्रदान किए जायेंगे। प्रत्येक बल्ब के लिए 120 रूपये का नकद अथवा बिजली बिल के माध्यम से 10 रुपए की 12 मासिक किस्तों में भुगतान करना होगा।

नई तकनीक अपनाएं, बिजली बचाएं-

मुख्यमंत्री ने कहा कि पुरानी तकनीक वाले बिजली के उपकरण और बल्ब बिजली की अधिक खपत करते हैं। अब समय आ गया है कि हम नई तकनीक पर आधारित उपकरणों और बल्बों का प्रयोग करें। बिजली की कमी से प्रदेश की अर्थव्यवस्था पर बुरा असर पड़ता है, इसलिए हमें बिजली का सदुपयोग कर ज्यादा से ज्यादा बचत करनी होगी,क्योंकि बिजली की बचत ही उत्पादन है।
ऊर्जा राज्य मंत्री श्री पुष्पेन्द्र सिंह ने कहा कि राज्य के घरेलू विद्युत उपभोक्ताओं को सस्ते एलईडी बल्ब उपलब्ध कराने के लिए एनर्जी एफिशिएंसी सर्विसेज लिमिटेड (ईईएसएल) के साथ मिलकर यह कार्यक्रम शुरू किया गया है। उन्होंने उम्मीद जताई कि सात-सात वाट के एलईडी बल्बों के उपयोग से प्रदेश में बिजली की खपत में काफी कमी आएगी और विद्युत उपभोक्ताओं को भी राहत मिलेगी।
ईईएसएल के एमडी श्री सौरभ कुमार ने कहा कि एलईडी बल्ब वितरण जैसी पहल कर राजस्थान ऊर्जा दक्षता में नम्बर वन स्टेट बनेगा। उपभोक्ताओं तक एलईडी बल्ब पहुंचाने के इस कार्यक्रम को हम समयबद्ध रूप से पूरा करने का प्रयास करेंगे ताकि बिजली की बचत का लक्ष्य पूरा हो सके। इस कार्यक्रम को लागू करने के लिये ईईएसएल के एमडी एवं जयपुर, अजमेर व जोधपुर विद्युत वितरण निगमों के एमडी के बीच एमओयू पर भी हस्ताक्षर किए गये।

Rajasthan GK Quiz

Posted: 09 May 2015 08:24 PM PDT




Todays Online Quiz-05.05.2015

1. जीणमाता का मंदिर किस जिले में है?
     
  • (A) सीकर
  •  
  • (B) नागौर
  •  
  • (C) अजमेर
2. पुष्टिमार्गीय वैष्णव संप्रदाय की प्रधान पीठ कहाँ है?
     
  • (A) गलता में
  •  
  • (B) नरेना में
  •  
  • (C) नाथद्वारा में
3. कौनसे जैन तीर्थंकर को उदयपुर जिले के आदिवासी काला बाबा के नाम से पूजते हैं?
     
  • (A) महावीर को
  •  
  • (B) नेमिनाथ को
  •  
  • (C) ऋषभदेव को
4. गालव ऋषि के आश्रम के रूप में राजस्थान का कौनसा तीर्थ स्थित जाना जाता है?
     
  • (A) गलता , जयपुर
  •  
  • (B) गौतमेश्वर, प्रतापगढ़
  •  
  • (C) शाहपुरा, जयपुर
Score = Correct answers:

राजस्थान की प्रमुख दरगाह-

Posted: 08 May 2015 10:27 AM PDT

दरगाह ख्वाज़ा मुइनुद्दीन चिश्ती
दरगाह मौलाना ज़ियाउद्दीन साहब, जयपुर

राजस्थान की प्रमुख दरगाह-
दरगाह एक श्रद्धेय धार्मिक व्यक्ति (अक्सर एक सूफी संत) की कब्र के ऊपर निर्मित एक पवित्र सूफी धार्मिक स्थल है। स्थानीय मुसलमान इस स्थल की यात्रा पर जाते हैं, जिसे जियारत के नाम से जाना जाता है।  ये दरगाहें अक्सर खानकाह (khanqah) रूप में जानी जाती है। इनमें अक्सर एक मस्जिद, बैठक-कक्ष, स्कूल (मदरसा), शिक्षक या केयर-टेकर का आवास, अस्पताल और सामुदायिक उद्देश्य के लिए कुछ अन्य भवन  होते हैं। राजस्थान के कुछ महत्वपूर्ण दरगाहों की सूची निम्नांकित है-
क्र.सं.
नाम दरगाह
शहर
1
दरगाह ख्वाज़ा मुइनुद्दीन चिश्ती
अजमेर
2
दरगाह ख्वाज़ा फखरुद्दीन चिश्ती
सरवाड़, अजमेर
3
दरगाह हिसामुद्दीन चिश्ती,
सांभर झील, जयपुर
4
दरगाह सूफी हिसामुद्दीन चिश्ती
नागौर
5
दरगाह फखरुद्दीन शरीफ (दाउदी बोहरा संप्रदाय की दरगाह)
गलियाकोट, डूंगरपुर
6
दरगाह मौलाना ज़ियाउद्दीन साहब
जयपुर
7
दरगाह हजरत अमानीशाह
जयपुर
8
दरगाह मिस्कीन शाह
जयपुर
9
दरगाह शेख मोहम्मद दरवेश
मोती डुंगरी, जयपुर
10
दरगाह शेख अलाउद्दीन
सांगानेर, जयपुर
11
दरगाह हाजिब शक्करबर शाह (पीर शक्कर बाबा)
नरहड़ , झुंझुनूं
12
दरगाह हजरत दीवान-ए-शाह
कपासन, चित्तौड़गढ़
13
दरगाह हजरत चलफिरशाह
चित्तौड़गढ़
14
दरगाह तारागढ़
अजमेर
15
चिल्ला बड़े पीर साहब
अजमेर
16
दरगाह अब्दुल वहाब (बड़े पीर साहब)
नागौर
17
दरगाह हजरत जमालुद्दीन साहब
दौसा
18
दरगाह मस्तान शाह बाबा
पाली
19
दरगाह दुल्ले शाह उर्फ चोटिले शाह
पाली
20
दरगाह अब्बनशाह
प्रतापपुरा, सांचौर (जालौर)
21
दरगाह दौलतशाह बाबा
चौमूं, जयपुर
22
दरगाह शेरों के पिनकारे वाले बाबा
कोटा
23
दरगाह आधर सिल्ला
कोटा
24
दरगाह रोले
नागौर
25
दरगाह बाला पीर
कुम्हारी, नागौर
26
दरगाह अम्बावगढ़
उदयपुर
27
दरगाह इमरत रसूल
उदयपुर
28
दरगाह अफजल शाह उर्फ कोड़े शाह
जोधपुर
29
दरगाह मसीउल्लाह
मंडौर रोड, जोधपुर
30
दरगाह सिफ़त हुसैन
जोधपुर
31
दरगाह बुरहानुद्दीन
ग्राम तला, जयपुर
32
दरगाह रुकनुद्दीन
दाउदपुर, अलवर
33
दरगाह कमरुद्दीन शाह (कयामखानियों के पीर)
झुंझुनूं
34
दरगाह नजमुद्दीन परवाना
फतेहपुर शेखावटी, सीकर
35
संत हमीदुद्दीन या सुल्ताने तारकीन शाह की दरगाह
नागौर
36
काकाजी की दरगाह
प्रतापगढ़
37
संत हजरत हमीदुद्दीन चिश्ती/ मिट्ठे शाह/ महाबली सरकार/शहंशाहे मालवा की दरगाह
गागरोण किला (झालावाड़)
38
दरगाह सैयद बादशाह
शिवगंज (सिरोही)
39
दरगाह कबीर शाह
करौली
40
दरगाह हजरत अब्दुल गनी बाबा
नाथद्वारा (राजसमन्द)

आज की क्विज - 08.05.2015

Posted: 07 May 2015 12:55 PM PDT




Todays Online Quiz-05.05.2015

1. सेल्सियस और फॉरेनहाइट पैमाने में निम्न ताप सामान होता है ?
     
  • (A) - 40°
  •  
  • (B) 40°
  •  
  • (C) 80°
2. एस.आई. पद्धति में गुप्त ऊष्मा का मात्रक है ?
     
  • (A) जूल प्रति ग्राम
  •  
  • (B) जूल प्रति कैलोरी
  •  
  • (C) जूल प्रति किलोग्राम
3. बंद कमरे में एक विद्युत् पंखा चलाया जाता है, तो कमरे की वायु-
     
  • (A) गर्म होती है
  •  
  • (B) ठंडा होती है
  •  
  • (C) अपना तापमान बनाये रखती है
4. ठोस में ऊष्मा का संचरण किस विधि द्वारा होता है ?
     
  • (A) चालन
  •  
  • (B) संवहन
  •  
  • (C) विकिरण
Score = Correct answers:

जलमंगल आवास ऋण योजना- राजस्थान राज्य सहकारी भूमि विकास बैंक लि.,जयपुर

Posted: 06 May 2015 10:25 AM PDT

योजना का संक्षिप्त परिचय - नवीन  भवन निर्माण, आवासन  मण्डल/संस्था/किसी  व्यक्ति  से  भवन  क्रय करने  हेतु  अथवा  वर्तमान  भवन  की  मरम्मत/पुनरुत्थान/ अतिरिक्त  निर्माण  कार्य  हेतु  ऋण स्वीकृत किया जा सकता है। आवास इकाई की लागत  रू. 20  लाख  से  अधिक  नहीं  होगी। ग्रामीण  आवास  ऋण  रू.  15  लाख  तक  ही स्वीकृत किये जाते है.

प्रारम्भ होने का वर्ष-                       2004-05
लाभान्वित वर्ग-                             ग्रामीण क्षैत्र के सभी वर्ग
पात्रता-                

प्रार्थी  के  नाम  से  स्वयं  के  स्वामित्व  का भूखण्ड/निर्मित भवन हों। पूर्व निर्मित भवन के क्रय हेतु आवासन मण्डल/नगर पालिका/नगर निगम, अन्य  संस्था अथवा व्यक्ति से किये गये इकरारनामें/आवंटन पत्र की प्रति के आधार पर ऋण स्वीकृत किया जा सकता है।

देय सुविधायें-            

प्रस्तावित निर्माण की लागत का  अधिकतम 75 प्रतिशत अथवा ऋण क्षमता/ ऋण चुकाने की क्षमता के आधार पर आकलित ऋण क्षमता में जो  भी  कम  हो  तक  ऋण  स्वीकृत  किया  जा सकेगा।
आवेदन का तरीका-        

कृषक बैंक की सदस्यता लेकर निर्धारित आवेदन पत्र में ऋण हेतु आवेदन करना होगा।
आवेदन कहां किया जावे -   

संबंधित प्राथमिक सहकारी भूमि विकास बैंक एवं उनकी शाखाऐं

आवेदन के साथ औपचारिकताऐं -

अ) भूखण्ड/निर्मित  भवन  के  स्वामित्व  संबंधित आवश्यक  मूल  दस्तावेज (आवंटन  पत्र,  साइट प्लान, लीज डीड आदि)।
ब)  पंचायत/  स्थानीय  निकाय  से  आवश्यक अनुमति।
सम्पर्क सूत्र- संबंधित प्राथमिक सहकारी भूमि विकास बैंक एवं उनकी शाखाऐं

राजस्थान की टेली मेडिसन योजना-

Posted: 06 May 2015 10:04 AM PDT

योजना का संक्षिप्त परिचय-

जिला चिकित्सालय के माध्यम से रोगियों को मेडिकल कॉलेज से संबंधित चिकित्सालयों की विशेष चिकित्सकों की सेवाएं उपलब्ध कराना।

योजना प्रारंभ होने का वर्ष-         2006

लाभांवित वर्ग-         राज्य के गंभीर रोगों से ग्रस्त रोगी।

पात्रता-                   राज्य के ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्र के नागरिक

देय सुविधाएं-         

  • राज्य के रोगियों को विशेष चिकित्सकों की सेवाएं उपलब्ध कराना। 

  • जिला स्तर के चिकित्सकों को चिकित्सा के क्षेत्र में नवीनतम जानकारी उपलब्ध कराना एवं शिक्षित करना। 

  • मेडिकल कॉलेज से संबंधित चिकित्सालयों के रेफरल केसेज के भार को कम करना।

आवेदन का तरीका-                     संभाग के संबंधित मेडिकल कॉलेज के माध्यम से।

आवेदन कहां किया जावे-             संभाग के संबंधित मेडिकल कॉलेज।

संपर्क सूत्र-  

निदेशक, सूचना प्रौद्योगिकी एवं तकनीकी विभाग,  डॉ0 जी.एन. सक्सेना, सह आचार्य मेडिसन, मेडिकल कॉलेज, जयपुर - संयोजक,
डॉ0 ए.ए. चैगले, सह आचार्य रेडियेशन फिजिक्स, मेडिकल कॉलेज, जयपुर (सह संयोजक) तथा समस्त मेडिकल कॉलेजों के प्रधानाचार्य

राजस्थान की फ़ूड स्टेम्प योजना- Food Stemp Programme of Rajasthan

Posted: 06 May 2015 08:05 AM PDT


खेलें आज की क्विज- 6.5.2015

Posted: 06 May 2015 06:10 AM PDT


Question 1: Question 1: कोइलकारो जलविद्युत परियोजना निम्नलिखित में से किस राज्य में स्थित है?



बिहार

राजस्थान

असम

महाराष्ट्र




Let us Play Today's Quiz- 05.05.2015आईये आज की क्विज खेलें- 5 मई, 2015

Posted: 06 May 2015 04:39 AM PDT















Q


.






































Out of



correct.




Let us Play Today's Online Quiz

Posted: 06 May 2015 06:38 AM PDT




Todays Online Quiz-05.05.2015

1. जोधपुर राज्य री ख्यात' के अनुसार मल्लिनाथ जी का जन्म कहाँ हुआ था?
  • A. गोपड़ी गाँव में
  • B. भिरड़कोट में
  • C. सालोड़ी गाँव में
2. लोक देवता मल्लिनाथ जी के नाम पर किसका नाम मालानी पड़ा?
  • A. नागौर का
  • B. पाली का
  • C. बाड़मेर का
3. लोक देवता मल्लिनाथ जी की रानी का नाम क्या था?
  • A. पद्मा दे
  • B. भटियानी रानी
  • C. रूपां दे
4. बाड़मेर जिले के तिलवाड़ा में मल्लिनाथ जी की समाधि किस नदी के किनारे पर स्थित है?
  • A. लूणी नदी
  • B. खारी नदी
  • C. सुकड़ी नदी

Score = Correct answers:

RAS Prelims PAPER Date-19 November, 2013

Posted: 04 May 2015 11:51 AM PDT

आरएएस प्री पेपर 19 नवम्बर, 2013


Today's Quiz- 04.05.2015आज की क्विज- 4 मई, 2015

Posted: 06 May 2015 05:03 AM PDT



Today's Quiz
  
  
  
     

         

Which bird is "State Bird of Rajasthan"?



           


           
          


           
           


           
           


           
           



           
           
         
एक और क्विज भारत की मृदा पर..... इसे भी जरुर पढ़े---

     

  

राजस्थान की जिलेवार तहसीलें व उप-तहसीलें

Posted: 04 May 2015 08:41 AM PDT


Todays Quiz- 30.04.2015

Posted: 04 May 2015 08:43 AM PDT

विज्ञान क्विज दिनांक - 28 अप्रैल, 2015

Posted: 29 Apr 2015 03:50 AM PDT



प्रश्न- 1
सागरीय भूकम्पों द्वारा उत्पन्न होने वाली समुद्री लहरों को क्या कहा जाता है?
उत्तर-
सुनामी
प्रश्न- 2
पृथ्वी सतह से प्रारम्भ होकर अनंत दूरी तक विस्तृत स्थान को क्या कहते हैं?
उत्तर-
अंतरिक्ष
प्रश्न- 3
कम्प्यूटर के डिजिटल संकेतों को एनालॉग संकेतों में बदलने वाली युक्ति को क्या कहते है?
उत्तर-
मॉडेम
प्रश्न- 4
इंटरनेट डॉट ओआरजी संगठन के संस्थापक कौन हैं?
उत्तर-
मार्क जुकेर बर्ग
प्रश्न- 5
किस भूकम्पीय तरंग की गति सबसे कम होती है?
उत्तर-
L- तरंगों की
प्रश्न- 6
पशुओं की आंखों में रतौंधी रोग किस विटामिन की कमी से होता है?
उत्तर-
विटामिन A
प्रश्न- 7
अंतरिक्ष से संबंधित अध्ययन को क्या कहते हैं?
उत्तर-
एस्ट्रोनोमी (अंतरिक्ष विज्ञान)
प्रश्न- 8
पृथ्वी के निचले वायुमंडल का अध्ययन हेतु छोड़े जाने वाले छोटे रॉकेटों को क्या कहते हैं?
उत्तर-
परिज्ञापी (sounding)  रॉकेट
प्रश्न- 9
भारत का स्वदेश निर्मित पहला परिज्ञापी रॉकेट कौनसा था?
उत्तर-
आरएच-75
प्रश्न- 10
पशुओं में 'मिल्क फीवर' का क्या कारण है?
उत्तर-
कैल्शियम, फॉस्फोरस की कमी
प्रश्न- 11
गूगल प्लस की मातृ कंपनी का नाम क्या है?
उत्तर-
गूगल इंक
प्रश्न- 12
पृथ्वी का क्रोड किन धातुओं से बना है?
उत्तर-
लोहा व  निकल से
प्रश्न- 13
पशुओं में रक्तहीनता का प्रमुख कारण क्या है?
उत्तर-
विटामिन B12 की कमी से
प्रश्न- 14
उत्तर प्रदेश में पं. दीनदयाल उपाध्याय पशुचिकित्सा विज्ञान विश्वविद्यालय एवं गौ-अनुसंधान संस्थान कहां स्थित हैं?
उत्तर-
मथुरा  में
प्रश्न- 15
इसरो के सर्वाधिक समय तक अध्यक्ष रहे वैज्ञानिक का क्या नाम था?
उत्तर-
प्रो. सतीश धवन

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